Sex Stories
दोस्तो, आज जो कहानी मैं आप लोगो को सुनाने जा Sex Stories रहा हूं उससे उम्मीद है की चुदक्कर लड़कियों के चूत की प्यास और ज्यादा बढ़ जाएगी।
मैं आज से तीन साल पहले कोलकाता में पढ़ाई कर रहा था. मेरे घर के सामने ही एक लड़की रहती थी जिसका नाम था जानवी। उसकी बड़ी बड़ी चुचियों को देखकर अक्सर मेरा लण्ड पैन्ट में अकड़ने लगते था और मैं सोचता था कि कब चोदूंगा इसकी चूत?
भगवान ने मौका दे ही दिया उसकी चुदाई का !
मैं कॉलेज से आ रहा था। अँधेरा हो गया था। अचानक पीछे से किसी के बुलाने की आवाज़ आई तो मैंने मुड़ के देखा, मेरे पीछे जानवी डार्लिंग खड़ी थी।
वो मेरे पास आई और बोली कि राहुल मैं तुमसे कुछ कहना चाहती हूँ।
मैंने कहा- हाँ बोलो !
तो उसने कहा- आइ लव यू !
मैं तो पागल हो गया। मैंने उसका हाथ पकड़ा और उसे जोर से अपने सीने से लगा कर उसके होठों को चूस लिया, उसकी चुचियाँ मेरे सीने में घुसी जा रही थी। मगर मुझे डर लग रहा था कि कोई हमें इस तरह देख न ले। तो मैंने उसका हाथ पकड़ कर झाड़ी की तरफ़ ख़ींचा और झाड़ी में जाते ही मैंने उसके होठों को फ़िर से अपने होठो में दबा कर चूसना शुरू कर दिया।
अब वो भी गरम हो रही थी, जानवी मेरे बदन से जोर से लिपट गई और मेरे लंड उसकी चूत को ऊपर से ही चोदने के लिए फड़फ़ड़ाने लगा।
मैंने अपना एक हाथ जानवी की कुर्ती में डाला और उसके चुचियों को पकड़ना चाहा, मगर मैं पकड़ नही सका, क्योंकि उनका आकार बहुत बड़ा था। फ़िर भी मैंने उसे थोड़ा पीछे किया और दोनों हाथों से चुचियों को पकड़ लिया और जोर जोर से मसलने लगा।
जानवी आह… ऊऊह करने लगी तो मैं समझ गया कि अब यह बुर की चुदाई के लिए तैयार हो चुकी हैं। मैंने उसे वहीं झाड़ियों पर लिटा दिया और उसकी सलवार का नाड़ा खोल कर नीचे उतार दी।
हे भगवान ! उसने पैंटी नही पहनी थी और उसकी चूत से माल निकल रहा था। फ़िर मैंने उसे पूरी तरह से नंगा कर दिया, अपने भी कपड़े खोल दिए। मेरा 8” का लंबा लंड जब बाहर आया तो काफी फूल गया था और वो पहले से ज्यादा लंबा लग और मोटा लग रहा था। जानवी अब डर के कारण कहने लगी- मुझे लेट हो रहा है, प्लीज़, मुझे जाने दो।
मगर मैं कहाँ छोड़ने वाला था। मैंने उसके हाथ में लंड पकड़ा दिया और वो उसे ऊपर नीचे करने लगी। उसके सहलाने से मेरे सुपाडा और लाल हो गया। फ़िर मैंने उसे थोड़ा उठाया और अपना लंड उसके मुहँ में डाल दिया, वो बड़े प्यार से उसे चूसने लगी। ऐसा लग रहा था कि वो कोई लोलीपोप चूस रही थी।
लगभग १५ मिनट तक वो मेरे लंड को चूसती रही। फ़िर मुझे लगा कि मैं झड़ने वाला हूँ तो मैंने उसे धक्का दे कर नीचे पटक दिया और फ़िर मैं उसकी चुचियां मसलने लगा।
उसके बाद मैंने एक ऊँगली उसकी चूत में डाल दी। साली बहुत सेक्सी लड़की थी, अपनी जांघो को ख़ुद ही सहला रही थी। मैंने उसकी चूत को फैला दिया और थोड़ा सा थूक निकाल कर अपने लंड और उसकी चूत पर मसल दिया जिससे उसकी चूत गीली हो गई। मैंने अपना लंड जानवी के हाथ में पकड़ा दिया और उसने लंड को चूत के मुंह पर टिका दिया।
मैंने पूछा- तैयार हो क्या जन्नत की सैर करने के लिए?
तो वो बोली- हाँ मेरे राजा आज इस चूत की खुजली मिटा दो, साली रात भर सोने नही देती हैं।
इतना सुनते ही मैंने उसकी कमर जोर से पकड़ ली और अपनी कमर पीछे ख़ींच के एक जोरदार धक्का मार दिया जानवी के चूत पर, मेरा लंड सुपाडा सहित ३’ अन्दर घुस गया।
जानवी चिल्ला पड़ी- ऊह मा …मर गई… आह्ह्ह्ह्छ… वोह…!
मैंने लंड संभाल के एक बार फ़िर धक्का मार दिया। अबकी लंड चूत फाड़ के गहरे में घुस गया और ऐसा लग रहा था कि मेरा लंड है ही नहीं क्योंकि वो चूत में पूरा समां गया था।
जानवी तो चिल्लाये जा रही थी- आह… आह… आह… ओह… ओउच…
थोडी देर बाद जब वो सामान्य हो गई तो मैंने धक्के लगाने शुरू किए। तक़रीबन १२० धक्के लगाने के बाद मैंने अपना लंड ख़ींच लिया और उसे पीछे कुत्ते की तरह घुमा कर झुका दिया और लंड उसकी गांड पर रख पर पेल दिया। मैंने काफी देर तक उसकी गांड मारी, वो तो बस आह… ऊह…आः… कर रही थी।
फ़िर मैंने उसे आगे पटक दिया और फिर से उसकी चूत की चुदाई करने लगा।
तक़रीबन आधे घंटे के बाद हम दोनों का माल निकल गया तो हम कपड़े पहन कर वापस घर की तरफ़ जाने लगे. Sex Stories