फुल न्यूड टीचर सेक्स कहानी मेरी ट्यूशन टीचर की चुदाई की है. उनकी उम्र होने के बावजूद शादी नहीं हुई थी तो उन्होंने बहाने से मुझे घर रोक लिया और मेरे साथ सेक्स किया.
दोस्तो, अन्तर्वासना पर यह मेरी पहली सेक्स कहानी है.
वैसे तो मैं अन्तर्वासना का पिछले 15 साल से नियमित पाठक रहा हूं लेकिन आज पहली बार मैं अपनी स्टोरी शेयर कर रहा हूं.
मेरा नाम विक्की है और नरसिंहपुर जिले में मेरी दवाइयों की दुकान है. मेरा जीवन बहुत ही सेक्सी घटनाओं से भरा रहा है.
यकीन मानिए कि मेरे आज तक 100 से अधिक लड़कियों और महिलाओं के साथ सेक्स संबंध बने हैं.
इतनी अधिक संख्या में संबंध बनने का कारण यह है कि सबसे पहले तो यह कि मैं किसी भी लड़की या महिला को रंडी छिनाल रखैल वेश्या या किसी भी प्रकार की गाली से संबोधित नहीं करता.
मैं उन्हें हर हाल में सम्मान अवश्य देता हूं.
क्योंकि मेरा मानना है कि सेक्स की भूख हर महिला या पुरुष में एक जैसी होती है.
जब हम लड़के अपनी सेक्स की इच्छा का सम्मान करते हैं, तो हमें लड़कियों की इच्छा का भी सम्मान करना चाहिए.
हो सकता है कि किसी लड़की की इच्छा एक से अधिक लड़कों के साथ संभोग करने की हो, तो इसमें मैं कुछ भी गलत नहीं मानता.
दूसरा कारण यह कि मैं लड़कियों पर कभी हक जताने की कोशिश नहीं करता कि तुमने अगर मेरे साथ संबंध बनाए हैं तो तुम दूसरे के साथ ना बनाओ.
ऐसा कुछ भी नहीं है, जिन लड़कियों ने मेरे साथ सेक्स किया है. उन्होंने कई बार मेरे सामने ही दूसरों से संबंध बनाए हैं.
तीसरा कारण है कि मैंने कभी किसी लड़की का वीडियो बनाकर या फोटो खींचकर उसे ब्लैकमेल करने की कोशिश नहीं की क्योंकि मैं जानता हूं कि समाज में इज्जत क्या होती है और मैं भी एक इज्जतदार व्यक्ति हूं.
चौथा कारण यह है कि सेक्स संबंध बनाने के बाद भी मैं उन सभी लड़कियों और महिलाओं की जहां तक संभव हो सकता है, मदद की है … और करता रहता हूं. यानि ऐसा नहीं कि चुदाई हो गई तो संबंध खत्म.
पांचवा कारण यह है कि मैं दिखने में बहुत ही स्मार्ट और फिट हूं. मेरे लंड का साइज भी सभी को बहुत संतुष्ट करता है और सभी लड़कियां मुझसे और ज्यादा चुदने की इच्छा रखती हैं.
जो लड़की एक बार मुझसे चुद जाती है, वह बार-बार मुझसे चुदना चाहती है.
यह फुल न्यूड टीचर सेक्स कहानी उस समय की है जब मैं स्कूल में स्टूडेंट हुआ करता था. मैं उस समय 12वीं कक्षा का छात्र था.
मुझमें सेक्स की भूख तो काफी पहले उस समय से ही शुरू हो गई थी, जब मेरा लंड खड़ा होना चालू हो गया था.
हमारे जमाने में इतनी पोर्न पिक्चर नहीं चला करती थीं, ना मोबाइल होते थे, ना टीवी पर कुछ सीडी से सेक्स आदि देखने का प्रबंध था.
टॉकीज में तो वैसे ही ये फ़िल्में नहीं लगती थीं.
उस समय किसी हीरोइन को फ्रॉक में देख लेने से ही लंड खड़ा हो जाता था … फिर बिकनी में देखना तो बहुत दूर की बात थी.
मुझे मूवीज में चुदाई के सीन देखना बहुत पसंद आते थे, जैसे इंसाफ का तराजू का रे-प सीन तो आज भी मेरा फेवरेट है.
मैं 11वीं क्लास में अपने कुछ दोस्तों के साथ ट्यूशन पढ़ाने बबीता मैडम के यहां जाया करता था.
हमारी ट्यूशन की क्लास में 5 लड़कियां और मेरे अलावा 4 लड़के और थे.
मेरा साइंस सब्जेक्ट था और बबीता मैडम मेरी बॉटनी पादप विज्ञान की टीचर थीं.
वैसे तो मैं पढ़ाई लिखाई में होशियार था पर बॉटनी थोड़ी कमजोर थी.
बबीता मैडम एकदम दूध जैसी गोरी और सेक्सी लड़की थीं, जिनकी शादी होने में काफी देरी हो गई थी.
वे मुझे अक्सर घूर घूर कर देखा करती थीं और मैं भी उन्हें बहुत घूर घूर कर देखा करता था.
वे अक्सर लो-कट ब्लाउज पहनती थीं, जिसमें से उनके भरे हुए दूध बहुत मस्त लगते थे.
उनका वजन लगभग 70 किलो होगा और जिस्म एकदम गदराया हुआ था.
उनकी उम्र उस समय शायद 32 या 33 साल की रही होगी.
उनके घर में उनकी एक छोटी बहन और माता पिता रहते थे.
वो अक्सर लड़कों के सामने अपने दूध ज्यादा से ज्यादा दिखें, इस तरह से बैठती थीं.
पढ़ाई के मामले में वो बहुत स्ट्रिक्ट थीं और कोई भी उनकी ट्यूशन में बिना होमवर्क करे नहीं जा सकता था.
वे लड़कियों तक की स्केल से सुताई कर देती थीं तो जाहिर सी बात है कि सभी उनसे बहुत डरते भी थे.
अक्सर वे हम लड़कों और लड़कियों से कहा करती थीं कि अगर होमवर्क नहीं किया, तो सबके सामने पूरा नंगा करके मारूंगी.
उनकी इस बात से सभी लोग उनसे बहुत डरते थे.
एक बार की बात है. हम उनके घर गए थे.
उस वक्त वे घर में अकेली थीं क्योंकि उनके माता पिता छोटी बहन को लेकर 4-5 दिन के लिए किसी शादी में गए थे लेकिन वे नहीं गई थी क्योंकि हम सभी स्टूडेंट के एग्जाम सर पर थे.
हमारी पढ़ाई की खातिर वे रुक गई थीं.
इत्तेफाक से हमारे घर में शादी होने के कारण मैं उनका होमवर्क पूरा नहीं कर पाया था.
इस बात पर मैडम बहुत गुस्सा हुईं और मुझे ट्यूशन के बाद अपना होमवर्क पूरा करने को कहा गया.
मुझे जल्दी घर जाना था लेकिन मैं क्या करता.
उस दिन ट्यूशन का टाइम पूरा करके सब लोग चले गए और मैं अकेला रह गया.
जब सब लोग चले गए तो उन्होंने दरवाजा बंद कर दिया और मुझे होमवर्क सौंप कर खुद नहाने के लिए बाथरूम में चली गईं.
वह नहा कर एक बड़े से तौलिए में खुद को लपेटकर आ गईं.
उन्होंने अन्दर शायद कुछ भी नहीं पहना था … न ब्रा न पैंटी.
उन्होंने आते ही मेरी कॉपी चैक की.
मैं बहुत थोड़ा सा होमवर्क पूरा कर पाया था.
वह गुस्सा होने लगीं और बोलने लगीं- फालतू जगह पर तो तुम्हारा बहुत ध्यान रहता है और पढ़ाई के नाम पर बिल्कुल डफर हो. तुम्हें इसका पनिशमेंट मिलेगा.
मैंने डरते हुए कहा- जी मैडम.
उन्होंने कहा- खड़े हो जाओ और अपने कपड़े उतारो.
उनकी इस बात पर मैं बुरी तरह चौंक गया और उनके चेहरे की तरफ देखने लगा.
उन्होंने कहा- सुनाई नहीं दिया … मैंने क्या कहा? जो कहा, एक बार में माना करो.
मैंने कहा- लेकिन मैडम मैं आपके सामने कपड़े कैसे उतारूंगा?
इस बात पर मैडम ने मुझे एक झापड़ जड़ दिया और कहा- जैसा बोल रही हूं वैसा करो. वरना इतनी पिटाई पड़ेगी कि हाथ पैर सूज जाएंगे.
कोई रास्ता नहीं देख कर मैंने अपने कपड़े उतारना शुरू किए.
पहले मैंने अपनी शर्ट उतारी और उनके चेहरे की तरफ देखा.
वे टॉवल में लपेटी हुई मुझे बहुत गौर से देख रही थीं.
मैं शर्ट उतारने के बाद खड़ा हो गया, तो उन्होंने इशारा करके पैंट उतारने का आदेश दिया.
मैंने डरते हुए पैंट उतार दी.
अब मैं उनके सामने सिर्फ चड्डी और बनियान में खड़ा था.
उन्होंने गरजदार आवाज़ में कहा- उतर गए पूरे कपड़े क्या?
मैंने डरते हुए कहा- नहीं मैडम.
उन्होंने कहा- नहीं का क्या मतलब … उतारो पूरे कपड़े.
मैंने डरते हुए अपनी बनियान भी उतार दी और सिर्फ चड्डी में उनके सामने सर झुकाकर खड़ा हो गया.
अब तक मेरा लंड खड़ा हो गया था, जो चड्डी में से साफ दिख रहा था.
मैडम ने चिल्लाकर कहा- ये उतारने के लिए क्या अब अलग से बोलूं?
मैंने कहा- फिर तो मैं पूरा वो हो जाऊंगा मैम!
उन्होंने कहा- जो बोलना हो, साफ साफ बोला करो कि क्या हो जाओगे!
मैंने कहा- मैं पूरा नंगा हो जाऊंगा.
उन्होंने कहा- हो जाओ, जो मैं कहती हूं चुपचाप करो.
मैंने डरते हुए अपनी चड्डी भी उतार दी और अपने लंड को हाथों से छुपा लिया.
इसके बाद उस जालिम ने मुझे अपने दोनों हाथ ऊपर उठाने को कहा.
मैंने डरते हुए अपने दोनों हाथ ऊपर उठाए और मेरा लंड बेपर्दा हो गया.
वह थोडी देर तक तो मेरे लंड को ही घूरती रहीं.
फिर उन्होंने मेरे लंड में एक चपत लगाई और कहा- ये खड़ा क्यों है?
उनका हाथ लंड में लगा तो मेरा लंड फनफनाने लगा.
ये देख कर मैडम के होंठों पर हल्की सी मुस्कान आ गई, जिसे उन्होंने तत्काल छिपाते हुए अपनी भंगिमा बदल ली.
मैंने कहा- मैडम, मैं पहली बार किसी लड़की के सामने नंगा हुआ हूं. ये इसी लिए खड़ा हो गया है.
उन्होंने मेरे लंड को प्यार से देखते हुए कहा- अगर होमवर्क नहीं करोगे तो कल सबके सामने नंगा कर दूंगी. फिर देखती हूँ कि कैसे खड़ा होता है. अगर कल भी खड़ा हुआ तो तुम्हारी मम्मी को बुला कर उनसे शिकायत करूंगी.
उनकी इस धमकी से मैं बहुत डर गया और मैंने कहा- आप जो बोलोगी मैं मान लूंगा, पर प्लीज ऐसा मत करना.
उसने कहा- ठीक है, लेकिन इसके बदले में तुम्हें मेरी मालिश करना पड़ेगी क्योंकि एक्स्ट्रा टाइम करने की वजह से मेरे हाथ पैर बहुत दुख रहे हैं.
मैंने कहा- ठीक है मैडम, कर दूंगा. कब करना है?
उन्होंने कहा- अभी करो और वो सामने तेल की शीशी रखी है. उसे उठाकर बेडरूम में आ जाओ.
मैंने सर हिलाते हुए कहा- ठीक है.
मैं तेल की शीशी उठाकर उनके साथ उनके पीछे पीछे बेडरूम में चला गया.
उन्होंने अपना तौलिया खोला और उसे एक साइड पटक दिया.
मैं उन फुल न्यूड टीचर का जिस्म देखते ही रह गया.
मैंने जीवन में पहली बार किसी लड़की को नंगा देखा था. क्या गजब का सेक्सी जिस्म था.
मेरा लंड अकड़ने लगा.
उन्होंने एक हाथ से मेरा लंड पकड़ लिया और मसलने लगीं.
मैंने भी अपने आपको उनको सौंप दिया और उन्हें चूमना चालू कर दिया.
मैंने उन्हें उनके होंठों पर किस किया.
उसके बाद उनके कानों में किस किया और फिर गर्दन पर किस किया.
फिर मैंने उनके दूध चूसना चालू कर दिए.
मैडम बहुत बेचैन होने लगीं और मुझे घसीट कर बिस्तर पर ले गईं.
हम लोगों ने दूसरे को पूरी तरह चूमना चालू कर दिया.
तभी उन्होंने मेरा लंड अपने मुँह में भर लिया और उसे गपागप अन्दर-बाहर करने लगीं.
थोड़ी देर बाद मैडम ने कहा- अब तुम मेरी चूत चूसो.
मैंने मैडम की चूत में जीभ डालकर चूसना चालू कर दिया.
तभी मैंने उनकी चूत में लंड रखकर अन्दर धकेलना चालू कर दिया.
उनका भी शायद यह पहली बार था.
शुरुआत में उन्हें तकलीफ हुई, पर अब तो हम दोनों पर कामवासना सवार थी.
मैडम ने चित लेट कर अपनी टांगें फैला दीं.
उनकी चूत से रस टपक रहा था.
मैंने चुदाई की पोजीशन बनाई और लंड चूत पर सैट कर दिया.
इसके बाद मैंने अपना लंड पूरी ताकत लगाकर मैडम की चूत में धकेल दिया.
वे तड़प उठीं.
लेकिन मैंने धक्के लगाने चालू कर दिए.
कुछ देर के दर्द के बाद मैडम की गांड खुद ब खुद उठने लगी.
मस्त चुदाई होने लगी.
मैडम थोड़ी देर में झड़ गईं लेकिन मेरा नहीं हुआ था तो मैं तो अभी भी पेल रहा था.
इस बात पर मैडम को आश्चर्य हुआ.
खैर … जब मैंने अपना पूरा कर लिया तो मैंने अपना वीर्य उनकी चूत में छोड़ दिया.
कुछ देर तक हम दोनों ऐसे ही फुल न्यूड पड़े रहे.
फिर मैंने थोड़ी देर बाद उनकी आंखों में देखा, उनके चेहरे पर संतोष संतुष्टि के अलग ही भाव थे.
इसके बाद थोड़ी देर बाद मैंने पूछा- मैडम, गांड भी मरवाएंगी क्या?
तो उन्होंने हंस कर कहा- अगर अगली बार होमवर्क पूरा नहीं करोगे तो उधर की सजा भी दूंगी.
इसके बाद उन्होंने मुझसे कपड़े पहनने का आदेश दिया और खुद भी अपने कपड़े पहनने लगीं.
मैंने भी अपने कपड़े पहने और घर आ गया.
उसके बाद जब तब मौका मिलते ही मैं मैडम की चूत चुदाई का मजा लेने लगा था.
इसके बाद मैंने उन मैडम की गांड कैसे मारी