नमस्ते दोस्तो, मेरा नाम दिशा है और मैं कोरबा छत्तीसगढ़ की रहने वाली हूं.
मेरे परिवार में मेरी बड़ी बहन पूजा है. इस साल वह फाइनल ईयर में है.
मेरी बड़ी बहन के अलावा मेरे घर में मेरा एक छोटा भाई और मम्मी पापा भी हैं.
इस तरह से घर में हम पांच लोग रहते हैं.
पापा की नौकरी है और मम्मी हाउसवाइफ हैं.
मैं अभी कॉलेज के दूसरे वर्ष में पढ़ाई कर रही हूं.
दोस्तो, मैं एकदम चुदासी किस्म की लड़की हूं. दिन भर मेरा दिमाग चोदने चुदाने की कहानी में ही खोया रहता है.
जब भी मुझे मोबाइल मिलता है, मैं चुपके से उसमें ब्लू फिल्में देखने लग जाती या हिंदी सेक्सी कहानियां पढ़ने लग जाती हूं.
अन्तर्वासना और फ्री सेक्स कहानी वाली साइट की मैं नियमित पाठिका हूं.
शुरू में तो मैं ब्लू फिल्म अकेली देखा करती थी लेकिन एक बार मेरी दीदी ने मुझे ब्लू फिल्म देखते पकड़ लिया था.
तब से हम दोनों अब साथ में मिल कर चुदाई की वीडियो देखते हैं.
ये सब देखना रोज का काम हो गया था लेकिन असली वाली चुदाई कभी नहीं देखने को मिली थी.
Xxx लाइव सेक्स शो की बात मेरे फर्स्ट ईयर यानि पिछले साल की है.
मेरी मम्मी भले ही तीन बच्चों की मां हो गई हैं लेकिन वे किसी जवान ताज़ी लड़की की तरह माल लगती हैं.
उनके बड़े बड़े दूध देख कर किसी का भी मन उनको चोदने को करने लगेगा.
हमारा घर तीन कमरों का है.
जिनमें से एक में हम तीनों भाई बहन और एक में मम्मी पापा सोते हैं.
एक कमरे में कुछ सामान रखा हुआ है और वह कमरा मेहमान के लिए है.
मैं कभी कभी मम्मी के साथ सोने की जिद करने लग जाती हूं.
इसलिए मम्मी पापा के साथ मैं उनके वाले कमरे में सो जाया करती थी.
एक रात जब हम तीनों सोए हुए थे तो मैंने सुना कि कुछ आवाजें आ रही थीं.
‘आह थोड़ा इधर … इधर डालो … आह यार उधर नहीं फाड़ोगे क्या … इधर पेलो न … ये है छेद.’
ये आवाजें मेरी मम्मी की थीं.
मैंने चुपके से आंख खोल कर देखा तो मम्मी पापा को बोल रही थी कि वे लंड ठीक से डालें.
पापा हड़बड़ी में गड़बड़ी कर रहे थे.
मम्मी अपनी साड़ी उठा कर चुदाई करवा रही थीं और पापा बेचारे अपनी बेटी के बगल में अपनी बीवी को चोदने में लगे हुए थे.
मुझे ये सब देख और सुन कर मजा आने लगा.
मैं सोने का नाटक करके उनका पूरा चुदाई का कार्यक्रम देखती रही.
पापा लगभग रोज ही मम्मी की चुदाई करते थे.
लेकिन अब मैं उनके पास रोज सोने की कोशिश करने लगी.
पर अधिकतर बार मम्मी मुझे अपने रूम भेज देती थीं.
मैंने इसका भी तोड़ निकाल लिया.
एक रात पूजा और भाई के सोने के बाद मैं मम्मी पापा की चुदाई देखने के लिए खिड़की से झांकने लगी.
मैंने देखा कि पापा ने मम्मी को उल्टा किया हुआ था और उन्हें घोड़ी बना कर पीछे से घपा घप पेल रहे थे.
मम्मी अपनी साड़ी की कमर तक उठा कर बेड के किनारे घोड़ी बनकर पोज बनाई हुई थीं और पापा उनकी कमर को पकड़ कर उन्हें कस कस कर चोदे जा रहे थे.
ये सब देख कर मेरी चूत की नदी बहने लगी.
चूत से रस की धार रुकने का नाम ही नहीं ले रही थी.
मैं अपने रूम में गई और मोबाइल में ही ब्लू फिल्म चालू करके अपने उंगली से चूत में अन्दर बाहर करने लगी.
कुछ देर में मेरी बहन जाग गई और वह भी मेरे साथ अपनी बुर में उंगली करने लगी.
अब मैं और मेरी दीदी दोनों साथ में सेक्स वीडियो देखती हुई अपनी अपनी बुर सहलाने में लगी थीं.
बहुत मजा आने लगा था.
दोनों साथ में चूत सहला रही थीं और गंदी मूवी देख कर आह आह कर रही थीं.
कुछ देर के बाद हम दोनों झड़ गईं और सो गईं.
इसके बाद ये खेल गाहे बगाहे चलने लगा.
अब मेरे साथ मेरी बहन भी पापा मम्मी की चुदाई देखने का मजा लेने लगी थी.
सुबह मैं जब पापा के कमरे की सफाई करने जाती तो वहां पर बेड के नीचे सफेद रस से भरे कंडोम पड़े रहते थे.
उन्हें मैं उठा कर देखा करती.
कभी मम्मी देख लेतीं तो बहुत डांट पड़ती थी.
फिर मम्मी खुद ही कंडोम को कचरे के डिब्बे में डाल कर बाहर सारा कचरा फेंक कर आती थीं.
अब मम्मी और पापा की रोज चुदाई देख कर मुझे भी चुदवाने का मन करने लगा था.
मैं रोज अपने चूत में उंगली डालकर अन्दर बाहर करने लगती थी और चुदाई के लिए लंड की चाहत को बलवती करती रहती थी.
लेकिन लंड मिलेगा कैसे?
यह एक बड़ा सवाल था.
फिर इस सबके लिए एक मौका मिला.
मेरे मामा के यहां कार्यक्रम में सबका जाना हुआ.
वहां मेरी दो बड़ी मामियां और मौसी सभी लोग आई हुई थीं.
मेरी बड़ी मामी की बेटी तनिषा जो मेरी दीदी पूजा जितनी बड़ी थी यानि मेरे से एक या दो साल बड़ी थी, वह भी आई हुई थी.
वह बहुत ही सेक्सी लड़की थी.
मैंने सुना था कि स्कूल के टाइम से ही लड़कों से उसके चक्कर थे और वह कई बार चुदवाती हुई भी पकड़ी गई थी.
यहां भी वह व्हाट्सप्प पर दिन भर किसी न किसी से चैटिंग करती रहती थी.
उसके सब घर वाले यहीं थे, फिर भी वह ढीठ थी.
देखने में वह गोरी चिकनी और भरे हुए बूब्स वाली थी.
उसके चूतड़ अजीब से उभरे हुए थे.
ऐसा लगता था कि वह पीछे से ही ज्यादा ही मरवाती थी.
मैंने सुना था कि लड़कियों की गांड ज्यादा चोदने पर उनके चूतड़ बड़े होने लगते हैं.
मेरे चूतड़ अभी पतले और दबे हुए से हैं.
मेरी दीदी के थोड़े निकले हैं.
मम्मी का पिछवाड़ा तो चलने पर पूरा हिलने लगता है.
इसका मतलब आप खुद समझ जाओ.
कार्यक्रम के बाद सब मेहमान वापस जाने लगे.
बड़ी मामी ने और मेरी बड़ी बहन और मुझे उनके यहां जाने के लिए मम्मी से बात कर ली.
मैं और पूजा बड़ी मामी के यहां चले गए.
उनके गांव में बड़ी मामी बड़े मामा, उनकी बेटी तनिषा और भाई राहुल रहते थे.
राहुल अभी बारहवीं की पढ़ाई कर रहा है.
देखने में वह भी स्मार्ट और हैंडसम है.
उसके हाव भाव से साफ समझ आता था कि इसकी भी कुछ गर्लफ्रेंड होंगी.
उनका घर काफी बड़ा था. पांच बेडरूम, हॉल, किचन सब था.
तनिषा, मैं और पूजा एक कमरे में सोने लगे.
राहुल एक कमरे में सोता था.
बड़ी मामी और मामा एक अलग कमरे में सोते थे.
मामी भी काफी सेक्सी थीं, लगता था कि वह भी रोज चुदाई कराती थीं.
बड़े मामा उनकी आए पीछे दोनों तरफ से जम कर लेते होंगे, ऐसा साफ समझ आ रहा था.
एक रात तनिषा बाथरूम गई हुई थी, उसका मोबाइल चार्ज पर लगा हुआ था.
उसमें व्हाट्सप्प मैसेज आने लगे.
मैंने उसके मोबाईल को खोल कर देख लिया और सारे मैसेज पढ़ लिए.
उसका बॉयफ्रेंड उसको दिन भर मैसेज करता था.
उस वक्त भी वही था और वह रात के टाइम अपने लंड का फोटो भेज रहा था.
उसने लंड की फ़ोटो को भेजा था और लिखा था- चुदाई किए बहुत दिन हो गए जानेमन, जल्दी मिलना है.
ये सब मैंने पूजा दीदी को भी दिखा दिया.
उसके बॉयफ्रेंड के लंड का साइज लंबा और मोटा था.
उसको देख कर हम दोनों बहनों की चूत में अजीब सी गुदगुदी होने लगी थी.
उसके वापस आने पर हमने उसको सब बता दिया और पूजा दीदी ये बोल कर उसको डराने लगी कि घर में सबको बता देंगी.
वह डरी ही नहीं, उल्टा हमें ही फंसाने की बात बोलने लगी.
वह बोली- तुम लोग ही अपने बॉयफ्रेंड से बात करने के बहाने यहां आई हो, ऐसा बोल कर मैं तुमको फंसा दूंगी. ये बॉयफ्रेंड भी तुम्हारा ही है और तुमने मेरे मोबाईल पर उससे चैट करके उसे लंड की फ़ोटो भेजने की बात कही.
जब उसने ये सब कहा तो हमारी फट गई.
लेकिन उसके बॉयफ्रेंड का लंड बहुत बड़ा था और गुलाबी टोपे वाला था.
उसको अपनी चूत में लेने का लालच हम दोनों बहनों को अन्दर तक घुस गया था.
उसका मूसल लंड देख कर मेरी चूत से तो रस बहने लगा था.
किसी तरह से तनिषा से बात सुलटी.
मैं सोने लगी और अपनी चूत और चूची सहलाने लगी.
पूजा भी अपने दूध मसलने लगी थी.
फिर हम सब सो गए.
सोने के एक मिनट बाद ही तनिषा ने हम दोनों के मम्मों को जोर से दबा दिए और हंसने लगी.
उसकी इस हरकत से हम दोनों बहनों की मुस्कान खिल उठी और हम सब मिलके मस्ती करते हुए हंसने खिलखिलाने लगे.
सुबह मैंने तनिषा को दीदी कहकर प्यार से बुलाया और उससे बात करने लगी.
वह भी अच्छे से बात करने लगी.
फिर मैं उससे उसके बॉयफ्रेंड के बारे में पूछने लगी.
उसने बताया कि वह उसका पड़ोसी है, उन दोनों का चक्कर बहुत सालों से चल रहा है.
जब घर वाले नहीं रहते, तो वह मिलने घर आ जाता है और जम कर चुदाई करके जाता है.
ये सब सुनकर मैं मन ही मन बहुत खुश होने लगी.
वह बोली- तुम लोगों के बारे में उसको पता है कि तुम आई हुई हो. मम्मी पापा घर पर नहीं रहेंगे तो वह मिलने आएगा. तब मैं तुम लोगों से बात करवा दूंगी. यदि मेरा मन किया तो आगे भी कुछ करवा दूंगी.
यह बोलकर वह हंसने लगी.
मैं बोली- ठीक है दीदी. आपकी राजी में ही हम दोनों राजी हैं.
बड़े मामा दुकान चलाते थे और भाई गांव में ही स्कूल पढ़ने जाता था.
मामा तो सुबह चले जाते थे और सीधे रात में आते थे.
घर में मामी ही अकेली रहती थीं.
तीसरे दिन मामी की तबियत खराब हो गई.
बड़ी मामी को एलर्जी की परेशानी है.
उनको लेकर बड़े मामा डॉक्टर के यहां शहर गए तो घर में कोई नहीं रह गया.
उस दिन तो समझी हमारी लॉटरी ही खुल गई थी.
हमने आज तनिषा दीदी और उसके बॉयफ्रेंड से मिलने मिलाने का प्लान बनाया.
मैंने सोचा कि इनका कुछ देखने को मिल जाएगा, जिससे कुछ सीख लेंगे.
दीदी का हीरो छत से कूद कर मिलने आ गया.
वह आकर सबसे नॉर्मल बात करने लगा.
घर में हम तीनों बहनें और वह अकेला लड़का था.
वह देखने में स्मार्ट, लंबा, हट्टा-कट्टा और हल्की दाढ़ी में गजब दिख रहा था.
उसने मुझसे मेरा नाम पूछा और कितने में पढ़ती हो, कहां पढ़ती हो. ये सब पूछने लगा.
उसने पूजा से भी यही सब पूछा और तनिषा दीदी से बातें करने लगा.
फिर कुछ देर बाद दोनों उठ कर कमरे में जाने लगे. हम दोनों बहनें टीवी रूम में रूक गईं.
उन दोनों का चूमना चाटना शुरू होने लगा और हम दोनों मचलने लगीं.
मैंने पूजा से कहा- चल खिड़की से झांक कर देखती हैं.
वह बोली- हां चल, मजा आएगा.
हमने देखा कि हीरो बेड पर लेट गया और दीदी के ऊपर चढ़ कर उसको चूम रहा है.
वह कभी दीदी के दूध को दबाता, कभी उसकी जांघ के पास मसलता, कभी उसके पेट को चूमता, तो कभी नीचे चूत की तरफ चाटने लगता.
तनिषा दीदी ‘आह आह मेरा हीरो … मेरी जान …’ बोल बोल कर सिसकार रही थी और खिड़की की तरफ देख कर मुस्कुरा रही थी.
ऐसा लग रहा था कि वे दोनों हमें दिखा दिखा कर चुदाई करने वाले थे.
तभी तो उन्होंने खिड़की खोल रखी थी कि हम दोनों आकर सब देखें और मज़े लें.
यह सब देख कर हम दोनों की चूत गीली होने लगी थी.
हम दोनों खिड़की से ही सारे मज़े लेने लगी थीं.
वह लड़का उठा और अपने कपड़े निकालने लगा.
उसने अपने सारे कपड़े निकाल कर एक तरफ रख दिए.
फिर उसने पैंट की जेब से कंडोम का पैकेट निकाल लिया.
मैंने सोचा कि ये एक पैकेट का क्या करेगा; इसमें तो शायद दस कंडोम होंगे; क्या ये आज दिन भर तनिषा दीदी को चोदेगा.
उसने तनिषा दीदी के कपड़े निकालने शुरू कर दिए.
दीदी लाल ब्रा में थी और उसके पर्पल लेगिंग्स में वह गजब सेक्सी लग रही थी.
उसने तनिषा दीदी की लेगिंग्स को खींच कर निकाल दिया और अब दीदी ब्लू रंग की पैंटी और लाल रंग की ब्रा में थी.
इसके बाद उसने एक एक करके तनिषा दीदी की पैंटी और ब्रा दोनों को निकाल दिया.
फिर दीदी और वह लड़का पूरे नंगे होकर अन्दर थे.
दीदी लपक कर उसका खड़ा लंबा लंड चूसने लगी.
वह बिल्कुल ब्लू फिल्मों की तरह लंड चूस रही थी.
उस लड़के ने अपने लंड का मुँह हमारी तरफ किया और हमें दिखाते हुए तनिषा दीदी से लंड चुसवाने लगा.
उसका लंड चूसने पर और लंबा और कड़ा होता जा रहा था.
तनिषा दीदी जोर जोर से उसका लंड चूसने लगती तो लड़का दीदी के बालों को पकड़ कर और जोर से उसके मुँह को दबाने लगता था.
ये सब देख कर हमारा हाल बेहाल होने लगा.
हमें तो ऐसा लगने लगा था कि कमरे के अन्दर जाकर उस मर्द का लंड अपने मुँह में लेकर चुसाई करने लगें.
हमारा खुद पर कंट्रोल नहीं रहा था.
हम दोनों अपनी चूत व दूध मसलने लगी थीं.
कभी मैं पूजा के दूध दबा देती, कभी वह मेरी चूत मसल देती.
दस मिनट तक लंड चुसाई चलने के बाद उस लड़के ने दीदी को उठाया और बेड पर पटकते हुए सीधा लिटा दिया.
फिर एक कंडोम निकाल कर अपने लंड पर लगाने लगा.
लंड ने पोशाक पहन ली तो वह मर्द का बच्चा दीदी के ऊपर चढ़ गया और उसके एक दूध को जोर जोर से चूसने लगा.
वह उसके दूध को मुँह में लेकर चूसे जा रहा था.
दीदी की कामुक सिसकारियां पूरे कमरे में गूंजने लगी थीं.
चूचियों की चुसाई के साथ साथ वह उसकी चूत को रगड़ रहा था.
Xxx लाइव सेक्स शो देख कर हमारी जान निकली जा रही थी.
फिर उस लड़के ने अपना लंड दबाया और दीदी की चूत में डालने लगा.
लंड अन्दर डालने से पहले वह दीदी को खींच कर बेड के किनारे पर ले आया और नीचे खड़े होकर उसने दीदी की जांघों को पूरा फैला दिया. दीदी की चूत फटा हुआ भोसड़ा सा दिखने लगी थी.
उस लड़के ने जोर लगा कर दीदी की चूत में लंड फंसाया और अन्दर डालने लगा.
दीदी की आह निकलना शुरू हो गई और उसने अपना लंड दीदी की चूत में डाल दिया.
तब दीदी ‘आह मम्मी … मर गई मम्मी.’ करने लगी.
कुछ देर में दर्द खत्म हुआ और चूत में लंड पेलने का मस्ती भरा खेल शुरू हो गया.
धीरे धीरे लड़के ने रफ्तार बढ़ा दी और अब वह ताबड़तोड़ लंड पेले जा रहा था.
कभी वह दीदी की जांघों को दोनों हाथों से पकड़ कर धक्का देता, तो कभी सीधे लंड से ही धक्के लगाते रहता.
उसकी चुदाई के तरीके से लगता था कि वह चोदने के मामले में काफी अनुभवी है.
दीदी ‘आह मेरी जान … और अन्दर और अन्दर …’ कहे जा रही थी.
वह कभी झटके से चोदने लगता, कभी धीरे से … कभी कमर पकड़ कर चूत में धक्का देता, तो कभी उसकी जांघों को अपने कंधों पर रख कर प्यार से चोदने लगता.
कभी वह बेड पर चढ़ कर दीदी को अपनी बांहों में भरके घप घप की आवाजों वाली चुदाई करने लगता था.
इन आवाजों को सुन कर बहुत मजा आ रहा था.
दीदी ऐसा करते करते काफी देर तक चुदी.
आखिर में उनकी चुदाई की रफ्तार अचानक बहुत तेज हो गई और वह लड़का दीदी को जमकर चोदने लगा.
दीदी ने भी उसको अपनी बांहों से कसके जकड़ लिया.
लड़का पेलता रहा और दीदी चुदाती रही.
उन दोनों की चुदाई पूरी होने के बाद वह दोनों नंगे ही कमरे में एक दूसरे के ऊपर कुछ समय तक लेटे रहे.
फिर दीदी लड़के का लंड मुँह में लेकर चाटने लगी.
हम दोनों भी झड़ गई थीं तो अपने कमरे में आ गईं