तड़पते यौवन को भाई का प्यार मिला
सेक्स शब्द मात्र से ही तन मन में रोमांच पैदा हो जाता है तो सोचिये जिसने एक बार ये स्वाद चख लिया हो तो वो इसके बिना कैसे तड़पता होगा?मैं निशा मल्होत्रा हरियाणा के कुरुक्षेत्र शहर से 34 28 36 फिगर की 28 वर्षीय नटखट अल्हड़ जवान शादीशुदा उच्च शिक्षित महिला आप सभी सेक्स दीवानों का अभिवादन करती हूँ. मेरी शादी आज से तीन वर्ष पहले एक काफी अमीर परिवार में हुई थी. मेरे पतिदेव का अपना बिज़नस है और उनका कारोबार भारत के कई प्रदेशों में फैला हुआ है. इसलिए वो अक्सर अपने बिज़नस टूर की वजह से काफी काफी दिनों तक बाहर भी रहते हैं. शादी के बाद सुहागरात पर पहली बार सेक्स का आनन्द लेने का मौका मिला था मुझे जीवन में! सुहागरात की चुदाई मेरी पहली चुदाई थी.मेरे पतिदेव बहुत सेक्सी भी हैं और पावरफुल भी इसलिए उन्होंने मुझे सेक्स का अपार सुख दिया. मुझ में ऐसी काम
बोरिंग दोपहर को रंगीन बनाया दो अंकल ने-1
मैं अपने माँ पापा की इकलौती संतान हूँ, मेरे पापा का गांव में खुद का बहुत बड़ा बिज़नस है और मेरे चाचा का भी शहर में बिज़नस था जिसे चाचा और चाची दोनों मिलकर संभालते हैं। मेरे चाचा चाची की कोई संतान नहीं है तो वो दोनों भी मुझे अपनी बेटी की तरह ही प्यार करते हैं। अकेली संतान होने से मेरी परवरिश बहुत ही लाड प्यार से हुई थी, किसी बात की पाबंदी नहीं थी। कॉलेज लाइफ में भी मैं एकदम बिंदास थी और मेरे 1-2 अफेयर्स भी हुए थे। मेरी हाइट 5’4″ है, रंग गोरा है, आँखें नशीली हैं, गुलाबी उभरे हुए गाल है, मखमली होंठ है, मेरे बाल लंबे हैं, लंबी नुकीली नाक है, छाती 34 की कमर 28 और नितम्ब 35 के हैं।मैं अपनी कमर में एक चांदी की चैन पहनती हूँ, पैरों में पायल और नाक में छोटी सी नथ पहनती हूँ। हाल ही में
बॉस की बीवी की चुदाई मस्ती भरी
यह घटना तब की है जब मेरी उम्र 22 थी, मैं अपनी पढ़ाई पूरी कर चुका था और एक ऑटोपार्ट्स की दुकान में काम करता था. मेरे बॉस दुकान के मालिक मुझे छोटू बुलाते थे, उनकी उम्र करीब 36 या 37 साल थी. उनकी पत्नी जिसका नाम मेघा था, उनकी उम्र करीब 30-31 की थी लेकिन वो अपने सुंदर चेहरे, सेक्सी बदन से दिखने पर ऐसी बिल्कुल भी लगती ही नहीं थी कि वो इतनी उम्र की भी हो सकती है, वो बहुत ही हॉट और सेक्सी औरत थी, उनकी एक बेटी भी थी.मेरे बॉस ने अपनी शादी बहुत देर से की थी. मुझे अपने बॉस की दुकान के काम के साथ साथ उनके घर के काम भी छोटे बड़े सभी करने पड़ते थे. जैसे कि बॉस का उनके घर से दिन में खाना लेकर आना, घर के लिए कोई भी सामान ले जाना… और भी बहुत कुछ… इससे मेरी
मेरी अय्याशियाँ पिंकी के साथ-2
रात को खाना खाने के बाद मैं घूमने के बहाने छत चला गया और पिंकी का इंतजार करने लगा, मगर काफी देर तक इन्तजार करने के बाद भी पिंकी छत पर नहीं आई। आखिरकार थक कर मैं वापस नीचे आकर सो गया। अगले दिन दोपहर को भी पिंकी पढ़ने के लिये नहीं आई, इससे अब तो मेरे दिल में कुछ शंका व भय सा हो गया… मैं सोच रहा था कि कहीं कल जल्दबाजी में ज्यादा आगे बढ़कर मैंने कुछ गलती तो नहीं कर दी!?! रात को भी खाना खाने के बाद मैं फिर से छत पर चला गया और ऐसे ही घूमने लगा…कुछ देर तक ऐसे ही छत पर घूमने के बाद मैं वापस जाने ही लगा था कि तभी मुझे पिंकी के घर की तरफ से सीढ़ियों पर किसी के चढ़ने की आवाज सुनाई दी… आवाज सुनकर मैं वहीं पर रूक गया।फिर कुछ ही देर बाद एक साया
मेरी अय्याशियाँ पिंकी के साथ-1
पिंकी का घर हमारे घर के बगल में ही है, हमारे घर की व पिंकी के घर की छत आपस में मिली हुई है, दोनों छतों के बीच में बस कमर तक ऊँचाई की एक पतली सी दीवार ही है इसलिए हम छत से भी एक दूसरे के घर चले जाते थे और पड़ोसी होने के नाते हमारा व पिंकी के घर काफी आना जाना था, जो अब भी वैसा ही है. मगर उस समय मेरी व पिंकी की कभी नहीं बनती थी। बचपन से ही हम दोनों झगड़ते रहते थे। बचपन में मेरी नाक बहती थी इसलिये वो मुझे बहँगा कहती थी, और पिंकी को मैं छिपकली कहता था क्योंकि दुबले-पतले शरीर व बिल्कुल सफेद गोरे रँग के साथ साथ उसकी हरकतें छिपकली के जैसी ही थी जब भी उसे गुस्सा आता तो वो छिपकली की तरह चिपक जाती व नाखूनों और दाँतों से काट खाती थी। बड़ा होने
जीजा साली गुपचुप चुदाई-1
मेरी दीदी रेशू मुझसे दो वर्ष बड़ी है उसकी शादी को दो साल हो चुके हैं। हमारा घर छोटा ही है सो इन दो सालों में मैंने जीजू और दीदी की चुदाई छुप-छुप के कई बार देखी है। जैसे ही उनकी वासना भरी आवाज मेरे कानों से टकराती है, मेरा मन भी तड़प उठता है। मुझे भी ऐसा लगता है कि हाय राम… कोई मुझे भी आकर बजा जाये… सारा जिस्म का रस निकाल दे। ऐसा नहीं है कि चुदाई का मजा मैंने नहीं लिया है। अपने दोस्तों से मैं आठ-दस बार चुद चुकी हूँ।पर इस जालिम चूत का क्या करें और ये दिल… मानता ही नहीं है। मेरी चूचियाँ भी ठीक ठाक हैं, टाईट बनियाननुमा टॉप पर ये किसी को भी घायल कर कर सकती हैं। मेरी सफ़ेद टाईट पैण्ट के तो कॉलेज में सभी दीवाने हैं… और घर पर जीजू की तो जैसे आंखें ही नहीं हटती हैं।
नींद में भाई ने चोदा मुझे
मैंने अपनी चूत में उंगली करके झड़ गई और नंगी ही सो गई… मेरे भाई ने मुझे नंगी देखा तो मेरी चूत में उंगली करने लगा फिर भाई ने चोदा मुझे! दोस्तो, अन्तर्वासना सेक्स स्टोरी रोज पढ़ती हूँ और अब मैं अपनी रियल स्टोरी आप सबको सुनाने वाली हूँ, यह मेरी पहली स्टोरी है. आज जो मैं आप सबको सुनाने वाली हूँ, वो बिल्कुल सच है… आप मानो या ना मानो! मैं कोलकाता की रहने वाली हूँ, उम्र 19 साल, गोरी हूँ और हॉट भी…मेरे मोहल्ले के लड़के मुझे चोदने की ख्वाहिश जताते रहते हैं इनडाइरेक्ट्ली… हमारा छोटा सा परिवार है जिसमें मैं, मेरा छोटा भाई और मम्मी… बस…. जब मैं 7 साल की थी तभी मेरे डैडी गुज़र गये थे. डैडी की जगह मम्मी को बैंक में नौकरी मिल गई थी तो मम्मी ने जैसे तैसे पाला पोसा हम दोनों भाई बहन को…मैं और मेरा भाई कॉलेज जाते हैं.
पारिवारिक चुदाई की कहानी-2
अगले दिन सुबह मैं जल्दी उठ गई और फिर सब लोगों को उठा दिया, हम सब लोग तैयार हुए और फिर रवि हम सब को रेलवे स्टेशन छोड़ आए.हमारी ट्रेन सुबह छह बजे थी. थोड़ी देर बाद ट्रेन आ गई और हम लोग ट्रेन में बैठ गए।रात को दस बजे हमारी ट्रेन नैनीताल पहुँच गई… हमने वहां से टैक्सी बुक की और अपने होटल में पहुंच गए. अनिल ने होटल ऑनलाइन ही बुक किये थे तो हमें जाते ही वहाँ तीन कमरे मिल गए। हमने अपने अपने कमरे चुन लिए. स्वाति और अनिल एक कमरे में… आलोक और रोहित एक कमरे में थे और रोहन, अन्नू और मैं… हम तीनों एक ही कमरे में रुक गए क्योंकि हमारा रूम थोड़ा बड़ा था। सफर के कारण हम लोग पसीने से नहा रहे थे… तभी आलोक हमारे कमरे में आया, बोला- चलो, सब लोग स्वीमिंगपूल में नहाने चलते हैं।मैंने आलोक से कहा-
पारिवारिक चुदाई की कहानी-1
पहले मैं आपका परिचय से करा देती हूँ… मेरा नाम सोनाली है, उम्र चालीस साल है. मेरे पति का नाम रवि है, रवि एक प्राइवेट कंपनी में जॉब करते हैं और हर महीने टूर के लिए कुछ दिन घर से बाहर रहते हैं।मेरे दो बच्चे हैं, एक बड़ा लड़का रोहन अठारह साल का है और मेरी एक बेटी अन्नू उससे दो साल छोटी है। मैं आपको अपने बारे में बता दूँ कि मेरा रंग एकदम गोरा है और मेरा 36-28-36 का फिगर बहुत ही कातिलाना है… मेरे स्तन अभी तक कसे हुए हैं और उन पर मेरे लाल निप्पल ऐसे लगते हैं जैसे कि रसगुल्ले पर गुलाब की पत्ती चिपकी हो… मेरे नितम्ब भी बहुत कसे हुए और गोल हैं, जो भी उन्हें देखता है, उनके लंड उनकी पैंट में ही कस जाते हैं। मैं आपको बता दूं कि मेरी बढ़ती उम्र के साथ मेरा बदन और भी ज्यादा कामुक
मेरे शौहर ने मुझे रंडी बनाया
मेरे शौहर ने मुझे कैसे लंड की भूखी रंडी बनाया.मेरा नाम सबा है, मैं उत्तर प्रदेश की रहने वाली हूं, मेरी उम्र 24 साल है, मेरी शादी हो चुकी है. मेरे बदन का साइज़ 34 28 38 है, मेरे बूब्स बड़े और टाइट हैं मेरी गांड काफी बाहर निकली हुई है जिसे देख कर सबका लंड खड़ा हो जाता है.मैं अपने शौहर से चुदाई रोज़ करती हूँ, वो भी मुझे खूब जम कर चोदते हैं लेकिन कुछ दिनों से मुझे अपने शौहर के लंड से मज़ा नहीं मिल रहा था लेकिन मैंने कभी कुछ नहीं कहा.पर वो समझ गए, एक दिन चुदाई के वक़्त कहने लगे- लगता है अब तुम्हें बड़े लंड की ज़रूरत है?मैंने कुछ नहीं कहा.उसके बाद हम लोग चुदाई करके सो गए. अगले दिन चुदाई के वक़्त फिर वही बात कहने लगे, तब मैंने कहा- मुझे सिर्फ आपके साथ ये सब करना है और अब कभी ये
Welcome to Antarvasna – Sex Stories to Give Pleasure to Soul & Body by Vasnastories.