दोस्तो, मेरा नाम दीपक है. मेरी मां का नाम रूपा है.
मेरी मां 20-22 साल की लड़कियों से ज्यादा सेक्सी लगती हैं.
उनकी बड़ी बड़ी चूचियां और गांड देख कर कोई भी उन पर फिदा हो जाएगा.
मेरे पापा आर्मी के जवान हैं तो साल में बस 2 बार घर आते हैं.
जिसके कारण मेरी मां की शारीरिक भूख नहीं मिटती है.
यह Xxx मॅाम फक स्टोरी तब की है, जब मैं छोटा था. पापा के यहां न होने के कारण मां बहुत उदास रहती थीं.
एक दिन मेरी मां जब मुझे ट्यूशन से घर ले जाने आई थीं तब उनके साथ एक आदमी खड़ा था और उनसे बात कर रहा था.
मैंने मां से पूछा कि ये कौन हैं?
मां बोलीं- बाबू, ये तुम्हारे अंकल हैं.
मैं कुछ नहीं बोला और उन दोनों के साथ घर आ गया.
घर आकर मैं टीवी देखने लगा.
मां कुछ देर बाद मेरे पास आकर बोलीं- बाबू तुम यहीं रुको. अंकल और मुझे काम है, तो हम दोनों दूसरे रूम में जा रहे हैं.
मैंने पूछा- क्या काम है मां?
मां बोलीं- बाबू मुझे टांग में दर्द है तो अंकल मेरी मालिश कर देंगे.
मां और अंकल रूम में चले गए और उन्होंने दरवाजा बंद कर दिया.
मैं टीवी देखने लगा.
कुछ देर बाद मां की कुछ आवाज आने लगी.
तो मुझे लगा मां को ज्यादा दर्द हो रहा होगा.
मैं तब भी उन्हें देखने के लिए खिड़की के पास आ गया.
उधर से मैं अन्दर देखने की कोशिश करने लगा.
मैंने देखा कि मां और अंकल दोनों नंगे हैं.
मां बिस्तर में लेटी हुई हैं और अंकल उनके ऊपर चढ़े हुए थे.
अंकल ने मां की दोनों टांगों को फैला रखा था और पता नहीं क्यों आगे पीछे हो रहे थे.
मैंने ध्यान से देखा कि अंकल जिससे सुसु करते हैं, उसे मां की सुसु वाली जगह में लगा कर अन्दर बाहर कर रहे हैं.
मां आह उह की आवाज़ कर रही थीं.
ऐसा बहुत देर तक होने के बाद अंकल की नुन्नू से कुछ सफेद रंग का रस सा निकल गया.
मां ने उस सफेद रंग के रस को उंगली से उठाया और मुँह में लेकर खा लिया.
फिर मां अंकल की नुन्नू को मुँह में लेकर चूसने लगीं.
ऐसे करते करते अंकल की नुन्नू से फिर से वही पदार्थ निकला, जो सब अंकल ने मां के मुँह में गिरा दिया.
मां ने अपनी जीभ से अंकल की सुसू को चाट कर साफ कर दिया.
उसके बाद वे दोनों बिस्तर से जैसे ही उठ कर कपड़े पहनने लगे, मैं तुरंत टीवी देखने चला गया.
मां ने दरवाजा खोला और बाहर आईं.
उनके बाद अंकल बाहर आए.
दोनों ने एक दूसरे को देखा और मुस्कान देते हुए देखने लगे.
फिर अंकल में मां को मेरे सामने ही किस किया और चले गए.
रात को मैंने मां से पूछा- मां आप आह उउह क्यूं कर रही थीं?
मां बोलीं- बेटा, बहुत दर्द कर रहा था.
मैंने कहा- मां अंकल आपके अन्दर क्या डाल रहे थे. मैंने खिड़की से सब देख लिया था.
मां शर्माती हुई बोलीं- अंकल मुझे दवाई दे रहे थे.
हम दोनों ने खाना खाया और सो गए.
मैंने अगले दिन विद्यालय में यह बात एक बड़ी उम्र के अपने दोस्त को बताई.
वो बोला- अबे चूतिये … वे अंकल तेरी मां चोद रहे थे.
मुझे दोस्त ने सब कुछ बताया कि चोदना मतलब सेक्स करना होता है और सेक्स में क्या क्या होता है, वह सब उसने डिटेल में बताया.
अब मैंने ध्यान दिया कि अंकल जब भी घर आते थे, वे मेरी मां को लेकर कमरे में चले जाते थे.
मैं खिड़की से सब देखने लगा था.
एक दिन मैंने मां से कहा- मैं कमरे में रह कर देखना चाहता हूँ कि अंकल आपको कैसे दवा लगाते हैं.
मां ने पहले तो इंकार किया फिर उन्होंने सोचा कि ये तो छोटा है, ये क्या समझेगा. इसे देख लेने देती हूँ.
उन्होंने कहा- ठीक है, मैं देखती हूँ.
अगले दिन अंकल ने मेरे सामने मां को चोद दिया.
मां मेरे सामने अंकल के लंड को अपने हाथ से पकड़ कर अपनी चूत में ले रही थीं.
अब ऐसा अक्सर होने लगा.
मैं भी अपनी मां को चुदवाते हुए देखता और आनन्द लेता.
बाद में मुझे मालूम चला कि अंकल का एक सैलून है.
एक दिन उनका एक स्टाफ मुझे घर छोड़ने आया.
मेरी मां ने उसको अन्दर बुलाया.
उन दोनों में थोड़ी बात हुई; फिर दोनों रूम में चले गए.
मां ने दरवाजा खुला रखा था.
मैंने अन्दर देखा तो मां उसके साथ भी सेक्स कर रही थीं.
मुझे पता चल चुका था मेरी मां की प्यास ऐसे नहीं मिटेगी.
कुछ सप्ताह बाद मां और मैं गांव से शहर आ रहे थे.
तब मां को उनके स्कूल का दोस्त मिला.
उसने मां को जाने से रोक लिया.
तब मां और मैं उस आदमी के घर चले गए.
उसके घर के कमरे में उसके साथ 5 और लड़के रहते थे.
सब मेरी मां का फिगर देख कर पागल हो गए थे.
सबने मां को चोदने का प्लान बना लिया था.
रात को जब मैंने सोने का नाटक किया.
मेरी मां मुझे सोता समझ कर उनके पास उनके कमरे में चली गईं.
मैं मां के पीछे उस कमरे की खिड़की के पास आ गया.
मैंने देखा कि छहों लड़के नंगे हैं और मां के साथ बिस्तर में बैठे हैं.
कोई मां का गाल चूम रहा था. कोई मां का दूध दबा रहा था.
फिर सबने मां को पूरी तरह नंगी कर दिया और एक लड़के ने कैमरा लगा दिया.
फिर शुरू हुआ मां का सबसे दर्द भरा चुदाई का खेल!
मां को बिस्तर में लेटाया, फिर एक ने मां की चुत चाटने का काम शुरू किया, एक ने मां के मुँह में लंड पेल दिया.
कुछ देर बाद दो लड़कों ने एक साथ मां की चुत में अपना लंड डाल दिया.
मां दर्द से चिल्ला रही थीं, पर सब आज मेरी मां को चोद कर उनके छेद फाड़ देना चाहते थे.
पूरे 3 घंटे तक मेरी मां की इतनी चुदाई हुई कि मां की चुत का भोसड़ा बन गया था.
मां को देख कर लग रहा था कि वे अभी और चुदाई करने को तैयार हैं.
लेकिन सब लड़के थक गए थे.
मां की और ज्यादा चुदाई नहीं हो पाई. मैं वापस बिस्तर पर आकर लेट गया.
कुछ देर बाद मां मेरे पास आकर सो गईं.
कुछ समय बाद एक लड़का अन्दर आया और मां को मेरी बगल में ही चोदने लगा.
कमरे में अंधेरा था, तो कुछ नज़र नहीं आया. लेकिन मैंने सब कुछ सुन लिया.
मां मजे से आआह उउउ उह्ह्ह कर रही थीं और बोल रही थीं- साले धीरे कर … बाबू जाग जाएगा.
अपनी मां की इतनी चुदाई देख कर मैं भी उन्हें चोदना चाहता था.
अगले दिन हम दोनों उस घर को छोड़कर अपने घर लौट आए.
मां को मैं कामुक नज़रों से देखने लगा.
मैं बस मां को अभी चोदना चाहता था.
मां रोज रोज कॉलोनी के कोई भी अंकल के साथ संभोग कर लेती थीं.
यह खेल जारी रहा.
जब मैं 19 साल का हुआ. मैंने अपनी मां को एक लड़के के चोदते हुए पकड़ा.
मां को शर्म महसूस हुई.
मैं मां से बात नहीं कर रहा था.
तब मां मेरे पास आईं और बोलीं- बेटा तुम्हारे पिता साल में दो बार आते हैं और मैं अकेला महसूस करती हूँ.
मैंने कहा- तो आप किसी के साथ संभोग कर लोगी क्या?
मां बोलीं- किसी के साथ तो करना ही होगा अन्यथा मेरी प्यास कौन मिटाएगा.
मैंने कहा- मैं करूंगा.
मां बोलीं- नहीं, तुम मेरे बेटे हो. मैं यह कैसे कर सकती हूं!
मैंने कहा- मेरे साथ करोगी तो बाहर पापा का नाम बदनाम नहीं होगा.
मां बोलीं- ठीक है. पर किसी को बताना नहीं!
मैंने खुश होकर अपनी मां को चूमा और कहा- किसी को पता नहीं लगेगा.
फिर मैंने अपनी मां की चूचियों को पकड़ा और एक को मुँह में लेकर व दूसरी को हाथ से दबाना शुरू कर दिया.
मां कराहने लगीं- उफ्फ … मेरे बेटे और अधिक जोर के साथ करो.
मेरी मां को पसीना आ रहा था, वे बहुत सेक्सी लग रही थीं.
मैंने उनके सारे कपड़े खोल दिए.
मैं उनका जिस्म देख कर खुश हो गया.
मेरी मां इतना चुदने के बाद भी कितनी सेक्सी हैं.
मैंने माँ की चुत देखी, वह झांट रहित एकदम साफ थी.
मैंने चुत में उंगली करना शुरू कर दिया.
मां जल्दी ही अपने चरम पर आ गई थीं.
उन्होंने रस छोड़ा तो मैंने उनकी चुत को चाटना शुरू कर दिया.
कुछ मिनट तक चाटने के बाद वे फिर से झड़ गईं.
फिर मां ने मेरी जींस खोली.
उन्होंने मेरा विशाल लौड़ा देखा तो मां बड़ी उत्साहित हो गई थीं.
वे मेरे लौड़े से चुदवाने के लिए एकदम से व्याकुल हो गईं.
मां ने मेरा लवड़ा अपने मुँह में ले लिया और चूसने लगीं.
मेरी मां ने अपने बेटे के लंड को 20 मिनट तक चूसा.
तब जाकर मैं झड़ पाया.
मां ने कहा- मुझे मालूम होता कि मेरे बेटे का लौड़ा इतना मस्त है, तो मैं क्यों किसी गैर के लंड से अपनी चुत फड़वाती फिरती.
अब मैंने अपनी मां को पकड़ा और उन्हें बिस्तर पर गिरा दिया.
मां मेरे सामने नंगी पड़ी थीं.
मेरा सपना सच होने को था.
मैं मां पर चढ़ गया और अपने लौड़े को उनकी चुत में पेल दिया.
मां दर्द से चिल्लाने लगीं और मुझे धक्का देती हुई भागने को हुईं.
पर मैंने उन्हें हिलने भी नहीं दिया.
मैं उन्हें एक हिम मानव की तरह चोद रहा था.
मां ने चिल्लाना बंद नहीं किया.
मैंने उनसे पूछा- क्या हुआ रुक जाऊं क्या?
उन्होंने जवाब दिया- नहीं मेरे बेटे, यह पहली बार है जब मुझे इतना मज़ा आ रहा है … तुम बस करो.
यह सुनने के बाद मैं उन्हें और तेजी से चोदने लगा.
मैंने उन्हें एक घंटे से ज्यादा चोदा होगा.
उतनी देर में मां न जाने कितनी बार स्खलित हुई होंगी, मुझे पता नहीं.
मैं अपनी आंखें बंद करके Xxx मॅाम फक का मजा ले रहा था.
फिर मैं चरम पर आया और लौड़ा निकाल कर मैं मां के पेट के ऊपर ही झड़ गया.
मेरी मां मुझसे चुदवा कर बेहद खुश थीं.
उन्होंने भरपूर आनन्द लिया था.
मां ने मुझसे कहा- अब से तुम मेरी रोज चुदाई करोगे.
अब मैं 25 साल का हो गया हूं. मैं शादीशुदा भी हो गया हूं. मेरे 2 बच्चे भी हैं लेकिन मैं अभी भी अपनी Xxx मॅाम को चोदता हूँ.
मेरी पत्नी को भी मालूम है कि मेरी मां को लंड की भूख रहती है; वह मां की चुदाई को सामने बैठ कर देखती है.